विश्वकर्मा वास्तु शास्त्र – Vishwakarma Vastu Shastra
विश्वकर्मा जी ने समस्त जगत के लिए एक दिव्य शास्त्र का निर्माण किया था जिसे हम विश्वकर्मा वास्तु शास्त्र पीडीएफ़ के नाम से जाना जाता है। यदि आप भी अपनी भूमि – भवन में कोई निर्माण कार्य करना चाहते हैं, तो विश्वकर्मा वास्तु शास्त्र के अनुसार निर्माण करने से आप समस्त प्रकार के वास्तु दोषों से बच सकते हैं।
जिस भवन (घर) का निर्माण इस वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार किया जाता है, उस भवन में निवास करने वाले लोग सदैव सुखी व सौभाग्यशाली रहते हैं। विश्वकर्मा प्रकाश वास्तु शास्त्र के अंतर्गत आपको ऐसी विभिन्न बातें जानने का अवसर प्राप्त होगा जिनके माध्यम से आप एक सुखी व समृद्ध जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
विश्वकर्मा वास्तु शास्त्र / Vishwakarma Prakash Vastu Shastra
इस शास्त्र में श्री विश्वकर्मा जी ने विभिन्न ऐसे उपाय भी बताये हैं जिनके प्रयोग से आप पूर्वनिर्मित भवन के वास्तु दोषों का निवारण भी कर सकते हैं।
वास्तु दोष के कारण न जाने कितने ही मनुष्य विभिन्न प्रकार के कष्टों को भोगते हैं तथा उनके पारिवारिक जीवन में सदैव ही कलह रहता है। इन सभी प्रकार के वास्तु दोषों व कष्टों से मुक्ति हेतु आप अवशय ही विश्वकर्मा वास्तु शास्त्र का अनुपालन करें तथा इसमें वर्णित उपायों को अपने जीवन में अपनायें ऐसा करने से आपके जीवन में अप्रत्याशित परिणाम अनुभव कर सकते हैं।
यदि आप भी इस दिव्य शास्त्र को प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख के अन्त में दिए गए विश्वकर्मा वास्तु शास्त्र PDF हिंदी डाउनलोड लिंक पर क्लिक करके उसे डाउनलोड अथवा प्रिंट कर सकते हैं।