Swadeshi Chikitsa Part 3 Book
मौजूदा हालात कुछ ऐसे हैं कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञानी जिस रफ्तार से नई-नई दवाइयाँ ईजाद कर रहे है; नई-नई बीमारियाँ उससे कहीं ज्यादा तेजी से पैदा हो रही हैं। दरअसल यह पुस्तक देशी चिकित्सा की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने के विशेष उद्देश्य से लिखी गई है। इस स्वदेशी चिकित्सा किताब को भाई स्वर्गीय राजीव दीक्षित जी के विचारों के आधार पर लिखा गया है जिससे आने वाली पीढ़ी आयुर्वेद के माध्यम से बीमारियों गंभीर बीमारियों से लड़ सके।
This book is translation of the 7000 sutras where he speaks on the ancient wisdom of Health from the Ayurveda book Astanga Hridaya written by the Medical Scholar Vagbhata.
स्वदेशी चिकित्सा भाग 3 विषय सूची -Table of Content
स्वदेशी चिकित्सा पुस्तक भाग 3 की विषय सूची या Table of Content निम्न्लिखित है:
- प्रस्तावना – पेज नंबर 4
- प्रथम अध्याय – अर्श रोग चिकित्सा जैसे: मुत्र्ब्याध, बवासीर, भगंदर आदि (पेज 5 – 31)
- दूसरा अध्याय – अतिसार रोग चिकित्सा जैसे: दस्त, पेचिश आदि (पेज 32 – 51)
- तीसरा अध्याय – ग्रहणी रोग चिकित्सा जैसे: आमाश्य एवं पेट से जुड़े रोग (पेज 52 – 66)
- चौथा अध्याय – मूत्र रोग चिकित्सा (पेज 67 – 75)
- पांचवा अध्याय – प्रमेह रोग चिकित्सा जैसे: मधुमेह, डायबिटीज आदि रोग (पेज 76 – 82)
- छठा अध्याय – विद्रधि रोग चिकित्सा जैसे: पका हुआ फोड़ा (पेज 83 – 90)
- सातवाँ अध्याय – गुल्म रोगों की चिकित्सा जैसे: पेट की गांठ के रोग (पेज 91 – 111)
- आठवाँ अध्याय – उदर रोग चिकित्सा (पेज 112 – 120)
Also, Check – Swadeshi Chikitsa Book Part 2 PDF