Shivlilamrut Book Marathi PDF

1.59 MB / 187 Pages
0 likes
share this pdf Share
DMCA / report this pdf Report
Shivlilamrut Book Marathi

Shivlilamrut Book Marathi

शिवलीलामृत पुस्तक मराठी वास्तव में एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है जिससे भगवान शिव की कृपा और भक्ति को समझा जा सकता है। यह पुस्तक संत श्रीधर स्वामी नज़रेकर द्वारा अध्याय 1718 में लिखी गई थी और संत श्रीधर स्वामी नज़रेकर मराठी साहित्य में बहुत प्रसिद्ध कवियों में से एक माने जाते हैं।

शिवलीलामृत का अध्याय 11 सनातन हिंदू धर्म में सबसे सुंदर और महत्वपूर्ण प्रार्थनाओं में से एक है। इसका कुछ भाग लिंग पुराण से और कुछ भाग शिव पुराण से लिया गया है।

यह ग्रंथ रुद्राक्ष का वर्णन भी करता है, जिसे अधिकतर भगवान शिव के भक्त पहनते हैं। कहा जाता है कि शिवलीलामृत का पाठ करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है। भगवान शिव अपने भक्तों पर अपनी अनंत कृपा और इच्छित फल बहुत आसानी से देते हैं।

शिवलीलामृत पुस्तक मराठी में

अध्याय अकरावा

श्रीगणेशाय नमः ॥

धन्य धन्य तेचि जन ॥ जे शिवभजनी परायण ॥ सदा शिवलीलामृत श्रवण ॥ अर्चन सदा शिवाचे ॥१॥

सूत म्हणे शौनकादिकांप्रति ॥ जे रुद्राक्षधारण भस्म चर्चिती ॥ त्यांच्या पुण्यास नाही मिती ॥ त्रिजगती तेचि धन्य ॥२॥

जो सहस्त्र रुद्राक्ष करी धारण ॥ त्यासी वंदिती शक्रादि सुरगण ॥ तो शंकरचि त्याचे दर्शन ॥ घेता तरती जीव बहू ॥३॥

(आगे का पाठ वही है जो आपने प्रदान किया है।)

आप नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करके Shivlilamrut Book Marathi PDF | शिवलीलामृत – अकरावा अध्याय मराठी में डाउनलोड कर सकते हैं।  

Download Shivlilamrut Book Marathi PDF

Free Download
Welcome to 1PDF!