असली प्राचीन रावण संहिता
रावण संहिता (Ravan Samhita) एक प्राचीन हिंदी ग्रंथ है जो भारतीय ज्योतिष और तंत्र के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह प्राचीन काल में रावण, लंका के राजा, द्वारा लिखित माना जाता है। रावण संहिता में भविष्य, ज्योतिष, वास्तु, तंत्र, रसायन, आदि के विषयों पर चर्चा की गई है।
यह ग्रंथ उस समय के ज्ञान को संकलित करता है जब भारतीय संस्कृति और विज्ञान में बहुत उन्नति हुई थी। इसमें विभिन्न अद्भुत और गूढ़ विज्ञानिक तथ्य और उपाय हैं जो ज्योतिष, तंत्र, और अन्य विज्ञानों के क्षेत्र में लोगों को निर्देशित करते हैं।
प्राचीन रावण संहिता – कुछ मुख्य विषय
- भविष्यवाणी: रावण संहिता में भविष्यवाणी के लिए विभिन्न उपाय और मार्ग बताए गए हैं।
- ज्योतिष: ग्रंथ में ग्रहों, नक्षत्रों, और राशियों के विषय में ज्ञान प्रदान किया गया है।
- तंत्र: रावण संहिता में तंत्र के अनेक पहलुओं पर चर्चा की गई है। यह ग्रंथ मन्त्र, यंत्र, और तंत्र के प्रयोग के विषय में ज्ञान प्रदान करता है।
- रसायन शास्त्र: इसमें रसायन शास्त्र के बारे में भी चर्चा की गई है, जो अलग-अलग धातुओं के गुणों और उपयोग के बारे में है।
- वास्तु शास्त्र: रावण संहिता में वास्तु शास्त्र के उपायों और नियमों का भी वर्णन है, जो निर्माण और घर की स्थिति को सुधारने के लिए हैं।