प्राचीन भारत का इतिहास
7000 ईसा पूर्व से पहले लोगों ने इस क्षेत्र में भूमि पर खेती करना और जानवरों को पालना शुरू कर दिया था । पुरातत्वविदों ने प्राचीन शहरों, कस्बों और गांवों के अवशेषों का पता लगाया है, जिससे पता चलता है कि एक अत्यधिक परिष्कृत संस्कृति – सिंधु सभ्यता – लगभग 2500 से 2000 ईसा पूर्व तक उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी हिस्से पर हावी थी।
प्राचीन भारत का इतिहास विशाल और विविध है जो लगभग 5000 वर्षों तक फैला हुआ है। इस युग में कई महत्वपूर्ण घटनाएं और उत्कृष्ट संस्कृति का विकास हुआ।
भारत का इतिहास
इस काल में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं को उल्लिखित किया जा सकता है:
- इंदस नदी सभ्यता: स्टोन एज का अनुसंधान और अनुसंधान का विकास।
- वैदिक संस्कृति: वेदों का संग्रह और धर्म के प्रचार का प्रारंभ।
- मौर्य साम्राज्य: चंद्रगुप्त मौर्य और अशोक के शासनकाल का विस्तार और प्रभावशाली शासकों के निर्माण।
- गुप्त साम्राज्य: चंद्रगुप्त और समुद्रगुप्त जैसे धर्मात्मा और सक्रिय शासकों का उदय।
- धार्मिक उद्यान: बौद्ध और जैन धर्मों का उत्थान और विकास।
- मगध साम्राज्य: जैसे की जरासंध का उदय और महाजनपदों के संघटन।
- हारप्पा और मोहेनजोदारो सभ्यता: इंदुस नदी के किनारे प्राचीन सभ्यताओं का उत्थान।
- आर्य समाज: वेदों की प्राचीन संस्कृति का विकास और धार्मिक उत्पत्ति का कारण।
- आर्थिक प्रणालियाँ: व्यापार और व्यवसाय का विकास, जैसे की सोने की पट्टियों की खोज।
- शिक्षा और साहित्य: गुरुकुल पद्धति का प्रारंभ और संस्कृत साहित्य के उत्थान का आरंभ।