कुम्हार गोत्र सूची
कुम्हार शब्द का जन्म संस्कृत भाषा के “कुंभकार” शब्द से हुआ है, जिसका अर्थ है-“मिट्टी के बर्तन बनाने वाला”। द्रविढ़ भाषाओ में भी कुंभकार शब्द का यही अर्थ है। “भांडे” शब्द का प्रयोग भी कुम्हार जाति के सम्बोधन हेतु किया जाता है, जो की कुम्हार शब्द का समानार्थी है। भांडे का शाब्दिक अर्थ है-बर्तन। अमृतसर के कुम्हारों को “कुलाल” या “कलाल” कहा जाता है , यह शब्द यजुर्वेद में कुम्हार वर्ग के लिए प्रयुक्त हुये हैं।
कुम्हार गोत्र सूची – Kumhar Gotra List
- भलसोद
- बुहेचा
- छाया
- दाभी
- डोडिया
- फतनिया
- गढेर
- गढ़िया
- गिरनार
- गोला
- जोगिया
- कटारिया
- कुकाडिया
- मंडोरा
- नेना
- परमार
- राठौड
- सवानिया
- टांकी
- वर्दना
- विसवादिया
- भारद्वाज
- चंदेग्रा
- चित्रोदा
- देवलिया
- धवरिया
- गढ़वाना
- गोहिलो
- जगतिया
- कमलिया
- खोलिया
- लाडवा
- मवादिया
- ओझा
- पिथिया
- रावती
- शिंगड़िया
- वढेर