गणरायाची आरती सुखकर्ता दुखहर्ता – Jai Ganesh (Ganpati) Aarti
जब भाद्रपद का महीना शुरू होता है, तो सभी गणपती आगमन की खुशी में झूम उठते हैं। इस उत्साह और चैतन्य के वातावरण में, गणपती की विधिवत पूजा बड़े धूमधाम से की जाती है।
हर कोई अपने-अपने तरीके से गणपती का नाम लेता है, उसकी उपासना करता है और उसकी आराधना करता है। पार्थिव सिद्धिविनायक की पूजा के बाद, आरती करने की परंपरा होती है। शास्त्रों के अनुसार, सुबह 9 बजने से पहले और शाम को प्रदोष काल के बाद आरती करनी चाहिए।
गणपती आरती सुखकर्ता दुखहर्ता Lyrics / Ganpati Aarti Marathi
सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची ।
नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची ।
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची ।
कंठी झळके माळ मुक्ताफळाची ॥०१॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती ।
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ।
रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा ।
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा ।
हिरे जडित मुकुट शोभतो बरा ।
रुणझुणती नुपुरे चरणी घागरिया ॥०२॥
लंबोदर पितांबर फनी वरवंदना ।
सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना ।
दास रामाचा वाट पाहे सदना ।
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवंदना ।
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती ।
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती ॥०३॥
Ganesh Arti Hindi
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा ॥ जय…
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे मूसे की सवारी ॥ जय…
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥ जय…
पान चढ़े फल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा ॥ जय…
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥ जय…
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा ॥ जय…
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