हिन्दी भाषा संप्रेषण और संचार बुक
भाषा संप्रेषण का साधन है अर्थात् दो व्यक्ति भाषा के माध्यम से विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। जब व्यक्ति माइक का इस्तेमाल करता है, तो संप्रेषण का क्षेत्र बढ़ जाता है; जब व्यक्ति लेखन का उपयोग करता है, तो उसका पाठक वर्ग क्षेत्र और काल की दृष्टि से विस्तृत हो जाता है। सम्प्रेषण या संचार का अर्थ है किसी जानकारी, भाव या विचार को दूसरे तक पहुँचाना और दूसरे के भाव या विचार की जानकारी पाना । इसके लिए एक और शब्द का प्रयोग किया जा सकता है – परस्पर बातचीत, या विमर्श ।
सम्प्रेषण एक एकत्रित संदेश को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजने की प्रक्रिया है। इसमें संदेश बनाने, भेजने और प्राप्त करने के लिए उपकरणों जैसे कि टेलीफोन, फैक्स, इमेल, पत्र आदि का उपयोग किया जाता है। वहीं, संचार एक दूसरे के साथ जानकारी और विचारों को विनिमय करने की प्रक्रिया है। संचार या संप्रेषण में भाषा मुख्य माध्यम है। बिना माध्यम के संचार असंभव है। भाषा वह पहला ववकससत माध्यम है, जिसनेसंचार को व्यवस्था दी। माध्यम भाषा हो, चचत्र हो या संगीत, वह माध्यम तभी माना िायेगा िि सूचना भेिनेवाला और सूचना पानेवाला-दोनों उसेसमझें।