CGPSC Syllabus 2024 Hindi
छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग (CGPSC) परीक्षा की तैयारी के लिए आप CGPSC Syllabus 2024 को पूरे विस्तार से पढ़ना चाहिए। CGPSC राज्य सेवा परीक्षा में तीन चरण शामिल हैं। पहले चरण में Qualify करने वाले उम्मीदवारों को दूसरे चरण के लिए योग्य माना जाता है। दूसरे चरण के लिए Qualify करने वाले उम्मीदवारों को CGPSC 2024 के तीसरे चरण के लिए योग्य माना जाता है।
CGPSC Exam Pattern
क्रमांक | विषय | कुल प्रश्नों की संख्या | कुल अंक | समयावधि |
---|---|---|---|---|
1 | सामान्य अध्ययन | 100 | 200 | 2 (दो) घंटे |
2 | योग्यता परीक्षा | 100 | 200 | 2 (दो) घंटे |
कुल | 200 | 400 | 4 (चार) घंटे |
CGPSC Syllabus 2024 Hindi
Part A: सामान्य अध्ययन
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- भारत का भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल
- भारत का संविधान और राजनीति
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- सामान्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- भारतीय दर्शन, कला, साहित्य और संस्कृति
- करेंट अफेयर्स और खेल
- वातावरण
Part B: छत्तीसगढ़ का सामान्य ज्ञान
- छत्तीसगढ़ का इतिहास, और स्वतंत्रता आंदोलन में छत्तीसगढ़ का योगदान
- छत्तीसगढ़ के भूगोल, जलवायु, भौतिक स्थिति, जनगणना, पुरातत्व और पर्यटन केंद्र
- साहित्य, संगीत, नृत्य, कला और संस्कृति, मुहावरे और कहावतें, पहेली/पहेली, छत्तीसगढ़ का गायन
- छत्तीसगढ़ की जनजातियां, विशेष परंपराएं, तीज और त्यौहार
- छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था, वन और कृषि
- प्रशासनिक संरचना, स्थानीय सरकार और छत्तीसगढ़ के पंचायती राज
- छत्तीसगढ़ में उद्योग, छत्तीसगढ़ के ऊर्जा, जल और खनिज संसाधन
- छत्तीसगढ़ के करेंट अफेयर्स
CGPSC Aptitude Test Syllabus 2024
CGPSC Paper 1 Syllabus 2024
भाग-1: General Hindi (सामान्य हिन्दी)
- भाषा-बोध,
- संक्षिप्त लेखन,
- पर्यायवाची एवं विलोम शब्द,
- समोच्चरित शब्दों के अर्थ भेद,
- वाक्यांश के लिए एक सार्थक शब्द,
- संधि एवं संधि-विच्छेद,
- सामासिक पदरचना एवं समास-विग्रह,
- तत्सम एवं शब्द, शब्द शुद्धि, वाक्य शुद्धि,
- उपसर्ग एवं प्रत्यय,
- मुहावरें एवं लोकोक्ति (अर्थ एवं प्रयोग)
- पत्र लेखन।
- हिन्दी साहित्य के इतिहास में काल विभाजन एवं नामकरण,
- छत्तीसगढ़ के साहित्यकार एवं उनकी रचनाएं।
- अपठित गद्यांश,
- शब्द युग्म,
- प्रारूप लेखन,विज्ञापन,प्रपत्र,परिपत्र, पृष्ठांकन, अधिसूचना टिप्पणी लेखन,शासकीय अर्धशासकीय पत्र,प्रतिवेदन पत्रकारिता,
- अनुवाद (हिन्दी से अंग्रेजी तथा अंग्रेजी से हिन्दी)
भाग-2: General English
- Comprehension,
- Precis Writing,
- Re arrangement and correction of sentences,
- Synonyms, Antonyms,
- Filling the blanks,
- Correction of spelling,
- Vocabulary and usage,
- Idioms and Phrases,
- Tenses,
- Prepositions,
- Active Voice and Passive Voice,
- Parts of Speech.
भाग-3: छत्तीसगढी़ भाषा (CGPSC Syllabus)
- छत्तीसगढी़ भाषा का ज्ञान,
- छत्तीसगढ़ी भाषा का विकास एवं इतिहास,
- छत्तीसगढ़ी भाषा का साहित्य एवं प्रमुख साहित्यकार,
- छत्तीसगढ़ी का व्याकरण, शब्द साधन-संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, वाच्य, अव्यय (क्रिया विशेषण, संबंध बोधक, विस्मयादि बोधक) कारक, काल, लिंग, वचन, शब्द रचना की विधियाँ, उपसर्ग, प्रत्यय
- संधि (अ) हिन्दी में संधि, (ब) छत्तीसगढ़ी में संधि, समास,
- छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग,
- छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास में समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, आकाशवाणी व सिनेमा की भूमिका,
- लोकव्यवहार में छत्तीसगढ़ी,
- छत्तीसगढ़ी भाषा का सामान्य परिचय- नामकरण, छत्तीसगढ़ी भाषा का परिचय, छत्तीसगढ़ी में क्रियाओं में वर्तमान, भूत तथा पूर्ण+अपूर्ण वर्तमान भविष्य काल के रूप काल, लिखना-क्रिया के भूतकाल के रूप, पूर्ण+अपूर्ण भूतकाल, पढ़ना-क्रिया के भविष्यकाल के रूप, पूर्ण-अपूर्ण भविष्यकाल
- पाद- टिप्पणी।
CGPSC Paper 2 Syllabus 2024
- भाग-1: अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के मुद्दे –
अभ्यर्थी को कुल दो मुद्दो पर निबंध (कारण, वर्तमान स्थिति आँकड़ों सहित एवं समाधान)लिखना होगा। इस भाग से चार मुद्दे दी जाएंगी जिनमे से दो मुद्दों पर लगभग 750-750 शब्दों मे निबंध लिखना होगा इस भाग के प्रत्येक मुद्दे हेतु अधिकतम 50 अंक होंगे। - भाग-2:छत्तीसगढ़ राज्य स्तर के मुद्दे –
अभ्यर्थी को कुल दो मुद्दो पर निबंध (कारण, वर्तमान स्थिति आँकड़ों सहित एवं समाधान)लिखना होगा। इस भाग से चार मुद्दे दी जाएंगी जिनमे से दो मुद्दों पर लगभग 750-750 शब्दों मे निबंध लिखना होगा इस भाग के प्रत्येक मुद्दे हेतु अधिकतम 50 अंक होंगे।
CGPSC Paper 3 Syllabus 2024
भाग-1: भारत का इतिहास (75 अंक ): CGPSC Syllabus in Hindi
प्रागैतिहासिक काल, सिंधु सभ्यता, वैदिक सभ्यता, जैन धर्म तथा बौद्ध धर्म, मगध साम्राज्य का उदय, मौर्य-राजनय तथा अर्थव्यवस्था, शुंग, सातवाहन काल, गुप्त साम्राज्य, गुप्त-वाकाटक काल में कला, स्थापत्य साहित्य तथा विज्ञान का विकास, दक्षिण भारत के प्रमुख राजवंश। मध्यकालीन भारतीय इतिहास, सल्तनत एवं मुगल काल, विजय नगर राज्य, भक्ति आन्दोलन, सूफीवाद, क्षेत्रीय भाषाओं में साहित्य का विकास, मराठों का अभ्युदय, यूरोपियों का आगमन तथा ब्रिटिश सर्वोच्चता स्थापित होने के कारक, ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार-युद्ध एवं कूटनीति, ग्रामीण अर्थव्यवस्था-कृषि, भू-राजस्व व्यवस्था-स्थाई बंदोबस्त, रैय्यतवाड़ी, महालवाड़ी, हस्तशिल्प उद्योगों का पतन।
ईस्ट इंडिया कम्पनी के रियासतों के साथ संबध, प्रशासनिक संरचना में परिवर्तन 1858 के पश्चात् नगरीय अर्थव्यवस्था-रेलों का विकास, औद्योगीकरण, संवैधानिक विकास, सामाजिक धार्मिक सुधार आंदोलन-ब्रह्म समाज, आर्य समाज, प्रार्थना समाज रामकृष्ण मिशन, राष्ट्रवाद का उदय, 1857 की क्रांति, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना, बंगाल का विभाजन और स्वदेशी आंदोलन साम्प्रदायिकता का उदय एवं विकास, क्रांतिकारी आंदोलन, होमरूल आन्दोलन, गांधीवादी आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, मजदूर किसान एवं आदिवासी आंदोलन, दलितों में सुधार आंदोलन, मुस्लिमों में सुधार, अलीगढ़ आंदोलन, आजाद हिन्द फौज, स्वतंत्रता और भारत का विभाजन, रियासतों का विलीनीकरण।
भाग-2: संविधान एवं लोक प्रशासन–(50 अंक )
भारत का संवैधानिक विकास (1773-1950), संविधान का निर्माण एवं मूल विशेषताएं, प्रस्तावना, संविधान की प्रकृति, मूलभूत अधिकार और कर्तव्य, राज्य नीति के निदेशक तत्व; संघीय कार्यपालिका, व्यवस्थापिका न्यायपालिका। संवैधानिक उपचार का अधिकार, जनहित याचिकाएं, न्यायिक सक्रियता, न्यायिक पुनरावलोकन, महान्यायवादी। राज्य कार्यपालिका, व्यवस्थापिका, न्यायपालिका महाधिवक्ता। संघ राज्य संबंध-विधायी, प्रशासनिक और वित्तीय। अखिल भारतीय सेवाएं, संघ लोक सेवा आयोग एवं राज्य लोक सेवा आयोग। आपात् उपबंध, संवैधानिक संशोधन, आधारभूत ढांचे की अवधारणा।
छत्तीसगढ़ शासन – व्यवस्थापिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। लोक प्रशासन-अर्थ, क्षेत्र, प्रकृति और महत्व। उदारीकरण के अधीन लोक प्रशासन। नवीन लोक प्रशासन, विकास प्रशासन व तुलनात्मक लोक प्रशासन। लोक प्रशासन में नए आयाम। राज्य बनाम बाजार। विधि का शासन। संगठन-सिद्धांत, उपागम, संरचना। प्रबंध नेतृत्व नीति निर्धारण, निर्णय निर्माण। प्रशासनिक प्रबंध के उपकरण-समन्वय, प्रत्यायोजन, संचार, पर्यवेक्षण, अभिप्रेरणा। प्रशासनिक सुधार, सुशासन, ई-गवर्नेस, नौकरशाही। जिला प्रशासन, भारत में प्रशासन पर नियंत्रण-संसदीय, वित्तीय, न्यायिक एवं कार्यपालिका। लोकपाल एवं लोक आयुक्त। सूचना का अधिकार। पंचायत एवं नगरपालिकाए। संसदीय-अध्यक्षात्मक, एकात्मक-संघात्मक शासन। शक्ति पृथक्करण का सिद्धांत। छत्तीसगढ़ का प्रशासनिक ढांचा।
भाग-3:छत्तीसगढ़ का इतिहास–(75 अंक )प्रागैतिहासिक काल, छत्तीसगढ़ का इतिहास-वैदिक युग से गुप्त काल तक, प्रमुख राजवंश राजर्षितुल्य कुल, नल, शरभपुरीय, पांडु, सोमवंशी इत्यादि, कल्चुरी एवं उनका प्रशासन, मराठों के अधीन छत्तीसगढ़, ब्रिटिश संरक्षण में छत्तीसगढ़ की पूर्व रियासतें और जमींदारियॉं। सामन्ती राज, 1857 की क्रांति, छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता आंदोलन, श्रमिक, कृषक एवं जनजातिय आंदोलन, छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण।
CGPSC Paper 4 Syllabus 2024
भाग-1: सामान्य विज्ञान–(75 अंक )
रसायन (CGPSC Syllabus in Hindi)– रासायनिक अभिक्रिया के दर एवं रासायनिक साम्य-रासायनिक अभिक्रिया की दर का प्रारंभिक ज्ञान, तीव्र एवं मंद रासायनिक अभिक्रियाएं, धातुएँ-आर्वत सारणी में धातुओं की स्थिति एवं सामान्य गुण, धातु, खनिज अयस्क, खनिज एवं अयस्क में अंतर। धातुकर्म-अयस्कों का सांद्रण, निस्तापन, भर्जन, प्रगलन एवं शोधन, कॉपर एवं आयरन का धातुकर्म, धातुओं का संक्षारण, मिश्र धातुएँ। अधातुएँ – आवर्त सारणी में अधातुओ की स्थिति एवं सामान्य गुण, कुछ महत्वपूर्ण कार्बनिक यौगिक, कुछ सामान्य कृत्रिम बहुलक, पॉलीथीन, पाली विनाइल क्लोराइड, टेफ्लान, साबुन एवं अपमार्जक।
भौतिक शास्त्र– प्रकाश-प्रकाश की प्रकृति, प्रकाश का परावर्तन, परावर्तन के नियम, समतल एवं वक्र सतह से परावर्तन, समतल, उत्तल एवं अवतल दर्पण द्वारा प्रतिबिम्ब रचना, फोकस दूरी तथा वक्रता त्रिज्या में संबंध, गैसों में विद्युत विसर्जन।सूर्य में ऊर्जा उत्पत्ति के कारण, विद्युत और इसके प्रभाव-विद्युत तीव्रता, विभव-विभवान्तर, विद्युत धारा, ओह्म का नियम, प्रतिरोध, प्रभावित करने वाले कारक, प्रतिरोधों का संयोजन एवं इसके आंकिक प्रश्न, विद्युत धारा का ऊष्मीय प्रभाव, इसकी उपयोगिता, शक्ति एवं विद्युत ऊर्जा व्यय की गणना (आंकिक) विद्युत प्रयोग में रखी जाने वाली सावधानियाँ, प्रकाश विद्युत प्रभाव, सोलर सेल, संरचना, P-N संधि, डायोड।
जीवविज्ञान (CGPSC Syllabus 2024 )– परिवहन-पौधों में जल एवं खनिज लवण का परिवहन, जंतुओं में परिवहन (मानव के सदर्भ मेें) रूधिर की संरचना तथा कार्य, हृदय की संरचना तथा कार्यविधि (प्राथमिक ज्ञान) प्रकाश संश्लेषण-परिभाषा, प्रक्रिया के प्रमुख पद, प्रकाश अभिक्रिया एवं अंधकार अभिक्रिया। श्वसन-परिभाषा, श्वसन एवं श्वासोच्छवास, श्वसन के प्रकार, आक्सी श्वसन एवं अनाक्सी श्वसन, मनुष्य का श्वसन तंत्र एवं श्वसन प्रक्रिया।
मनुष्य का पाचन तंत्र, एवं पाचन प्रक्रिया (सामान्य जानकारी) नियंत्रण एवं समन्वय-मनुष्य का तंत्रिका तंत्र मस्तिष्क एवं मेरूरज्जू की संरचना एवं कार्य, पौधों एवं जन्तुओं मेें समन्वय पादप हार्मोन, अन्त:स्त्रावी गंथियां हार्मोन एवं कार्य। प्रजनन एवं वर्धी-प्रजनन के प्रकार, अलैगिक प्रजनन, विखण्डन, मुकलन एवं पुनरूदभवन , कृत्रिम वर्धी प्रजनन, स्तरीकरण कलम लगाना, ग्राफ्टिंग, अनिषेक प्रजनन, पौधों में लैंगिक प्रजनन अंग, पुष्प की संरचना एवं प्रजनन प्रक्रिया (सामान्य जानकारी) परागण, निषेचन। मानव प्रजनन तंत्र तथा प्रजनन प्रक्रिया (समान्य जानकारी) अनुवांशिकी एवं विकास-अनुवांशिकी एवं भिन्नताएं अनुवांशिकता का मूल आधार गुणसूत्र एवं DNA (प्रांरभिक जानकारी)।
भाग-2: योग्यता परीक्षण, तार्किक योग्यता एवं बुद्धिमता परीक्षण–(50 अंक)
परिमेय संख्याओं का जोड़ना, घटाना, गुणा करना, भाग देना 2 परिमेय संख्याओं के बीच परिमेय संख्या ज्ञात करना। अनुपात एवं समानुपात-अनुपात व समानुपात की परिभाषा, योगानुपात, अंतरानुपात, एकांतरानुपात, व्युत्क्रमानुपात आदि व उनके अनुप्रयोग। वाणिज्य गणित-बैंकिंग-बचत खाता, सावधि जमा खाता एवं आवर्ती जमा खाता पर ब्याज की गणना। आयकर की गणना (केवल वेतनभोगी के लिए तथा गृह भाड़ा भत्ता को छोड़कर) गुणनखंड, लघुत्तम समापवर्तक, महत्तम समापवर्त्य। वैदिक गणित-जोड़ना, घटाना, गुणा, भाग बीजांक से उत्तर की जांच। वर्ग वर्गमूल, घन, घनमूल, विकुलम एवं उसके अनुप्रयोग तथा बीजगणित से वैदिक गणित विधियों का प्रयोग आदि।
भारतीय गणितज्ञ एवं उनका कृतित्व-आर्यभट्ट, वराह मिहिर, ब्रह्मगुप्त, भास्कराचार्य, श्रीनिवास रामानुजन के संदर्भ में।गणितीय संक्रियाएं, मूल संख्यात्मक कार्य (संख्या और उनके संबंध आदि, परिमाण क्रम इत्यादि), आंकड़ो की व्याख्या (चार्ट, रेखांकन, तालिकाएं, आकड़ों की पर्याप्तता इत्यादि) एवं आंकड़ों का विश्लेषण सामान्तर माध्य, माध्यिका, बहुलक, प्रायिकता, प्रायिकता के जोड़ एवं गुणा प्रमेय पर आधारित प्रश्न, व्यवहारिक गणित-लाभ हानि, प्रतिशत, ब्याज एवं औसत। समय, गति, दूरी, नदी, नाव। सादृश्य (संबधात्मक) परीक्षण, विषम शब्द, शब्दों का विषम जोड़ा, सांकेतिक भाषा परीक्षण, संबंधी परीक्षण, वर्णमाला परीक्षण, शब्दों का तार्किक विश्लेषण, छूटे हुए अंक या शब्द की प्रविष्टि, कथन एवं कारण, स्थिति प्रतिक्रिया परीक्षण, आकृति श्रेणी, तथ्यों का लुप्त होना, सामान्य मानसिक योग्यता।
भाग-3: एप्लाईड एवं व्यवहारिक विज्ञान–(75 अंक )
ग्रामीण भारत में सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका, कम्प्यूटर का आधारभूत ज्ञान, संचार एवं प्रसारण में कम्प्यूटर, आर्थिक वृद्धि हेतु सॉफ्टवेयर का विकास, आई.टी. के वृहद अनुप्रयोग। ऊर्जा संसाधन-ऊर्जा की मांग, नवीनीकृत एवं अनवीनीकृत ऊर्जा के स्त्रोत नाभिकीय ऊर्जा का देश में विकास एवं उपयोगिता। भारत में वर्तमान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का विकास, कृषि का उद्भव, कृषि विज्ञान में प्रगति एवं उसके प्रभाव, भारत में फसल विज्ञान, उर्वरक, कीट नियंत्रण एवं भारत में रोगों का परिदृश्य।
जैव विविधता एवं उसका संरक्षण– सामान्य परिचय-परिभाषा, अनुवांशिक प्रजाति एवं पारिस्थितिक तंत्रीय विविधता। भारत का जैव-भौगोलिक वर्गीकरण। जैव विविधता का महत्व विनाशकारी उपयोग उत्पादक उपयोग, सामाजिक, नैतिक, वैकल्पिक दृष्टि से महत्व। विश्व स्तरीय जैव विविधता, राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर की जैव विविधता। भारत एक वृहद् विविधता वाले राष्ट्र के रूप में। जैव विविधता के तप्त स्थल। जैव विविधता को क्षति-आवासीय, क्षति, वन्य जीवन को क्षति, मानव एवं वन्य जन्तु संघर्ष। भारत की संकटापन्न (विलुप्त होती) एवं स्थानीय प्रजातियां।
जैव-विविधता का संरक्षण-असंस्थितिक एवं संस्थितिक संरक्षण। पर्यावरण प्रदूषण-कारण प्रभाव एवं नियंत्रण के उपाय-वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, समुद्री प्रदूषण, मृदा प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, तापीय प्रदूषण, नाभिकीय प्रदूषण। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन-नगरीय एवं औद्योगिक ठोस कूड़े-करकट का प्रबंधन, कारण, प्रभाव एवं नियंत्रण। प्रदूषण के नियंत्रण में व्यक्ति की भूमिका।
CGPSC Paper 5 Syllabus 2024
भाग 1: भारत और छत्तीसगढ़ का अर्थशास्त्र
राष्ट्रीय और प्रति व्यक्ति आय, आर्थिक सुधार, मौद्रिक नीति, साक्षरता और व्यावसायिक संरचना, ग्रामीण विकास, बजटीय नीति, सहकारी समितियों की संरचना और विकास, बाल श्रम और महिला अधिकारिता।
भाग 2: भारत का भूगोल भारत की
भौतिक विशेषताएं, भूवैज्ञानिक संरचना, जल निकासी प्रणाली, मानव लक्षण, जन्म दर, नैतिकता दर, कृषि, हरित क्रांति, नीली क्रांति, ऊर्जा और संरक्षण, भारत में उद्योग
भाग 3: छत्तीसगढ़ का भूगोल
भौतिक विशेषताएं – छत्तीसगढ़ का स्थान और विस्तार, खनिज संसाधन, कृषि, ऊर्जा संसाधन, उद्योग, छत्तीसगढ़ में पर्यटन।
CGPSC Paper 6 Syllabus 2024
भाग 1: दर्शनशास्त्र (CGPSC Syllabus)
की प्रकृति दर्शन, गीता का दर्शन, चार्वाक, जैन, बुद्ध, सांख्य, योग, न्याय, अरस्तू, वैशेषिक, लोके, व्यावहारिकता, लाइबनिट्ज, प्रशासन में नैतिक तत्व, और बहुत कुछ
भाग 2: समाजशास्त्र
समाजशास्त्र – अर्थ और दायरा, सामाजिक संगठन, सामाजिक स्तरीकरण, सामाजिक अव्यवस्था, सामाजिक अनुसंधान और तकनीक, सामाजिक नियंत्रण और परिवर्तन, डेटा संग्रह के उपकरण और तकनीक
भाग 3: छत्तीसगढ़ के सामाजिक पहलू
आदिवासी सामाजिक संगठन, संवैधानिक व्यवस्था, आदिम और छत्तीसगढ़ की अन्य जनजातियाँ, लोक कला, साक्षरता और संगीत, लोक संस्कृति, संरक्षित पुरातत्व स्मारक, राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य और छत्तीसगढ़ के झरने
CGPSC Paper 7 Syllabus 2024
भाग 1: कल्याण, विकास कार्यक्रम और कानून
भारतीय समाज, सामाजिक कानून, मानवाधिकार संरक्षण 1993, भारतीय संविधान और आपराधिक कानून (दंड संहिता), सूचना का अधिकार अधिनियम, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम , छत्तीसगढ़ के निवासियों पर विकासात्मक प्रभाव, प्रथागत कल्याण
भाग 2: अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेल, आयोजन और संगठन
संयुक्त राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक और एशियाई बैंक, सार्क और ब्रिक्स, विश्व व्यापार संगठन और भारत पर इसका प्रभाव, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल
भाग 3: अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय शैक्षिक संस्थान और मानव विकास की उनकी भूमिका
कुशल मानव संसाधन की उपलब्धता, मानव संसाधन की रोजगार और उत्पादकता, मानव संसाधन विकास, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा में संस्थान और परिषद