
Papmochani Ekadashi Vrat Katha
धर्मराज युधिष्ठिर बोले- हे जनार्दन! चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का क्या नाम है तथा इसकी विधि क्या है? कृपा करके आप मुझे बताइए।
श्री भगवान बोले हे राजन् – चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम पापमोचनी एकादशी है। इस विशेष व्रत के प्रभाव से मनुष्य के सभी पापों का नाश होता है। यह सभी व्रतों में सर्वोत्तम माना जाता है। पापमोचनी एकादशी के महात्म्य का श्रवण और पठन करने से समस्त पाप दूर हो जाते हैं। एक बार देवर्षि नारदजी ने जगत् पिता ब्रह्माजी से कहा, “महाराज! कृपा करके आप मुझसे चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का विधान बताइए।”
पापमोचनी एकादशी का महात्म्य
पापमोचनी एकादशी का व्रत सभी भक्तों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इस दिन रखा गया व्रत व्यक्ति को सफलताएँ और समृद्धि दिलाता है। यह न केवल पापों का नाश करता है, बल्कि एक अच्छे जीवन की ओर भी प्रेरित करता है। यदि आप इस व्रत का पालन करते हैं तो निश्चित ही आपको इसके आशीर्वाद मिलेंगे।
व्रत विधि और धर्म
पूरी व्रत कथा पढ़ने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके Papmochani Ekadashi Vrat Katha हिंदी PDF डाउनलोड कर सकते हैं।