गुरुपादुका स्तोत्रम् (Guru Paduka Stotram) PDF

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गुरुपादुका स्तोत्रम् (Guru Paduka Stotram)

गुरुपादुका स्तोत्रम् (Guru Paduka Stotram)

Guru Paduka Stotram is a highly revered chant that highlights the importance of the “sandals of the Guru.” These sandals symbolize a boat that helps devotees cross the vast ocean of life. By reciting this powerful chant, one becomes more open to receiving the Guru’s generous Grace.

Deep Praise for the Guru

श्री गुरु महाराज की स्तुति में लिखा गया यह गुरुपादुका स्तोत्र उनकी चरण वन्दना करता है। आदि शंकराचार्य की मधुर संस्कृत में लिखा यह स्तोत्र गुरु और उनकी चरण पादुकाओं की महिमा का बखान करता है।

Guru Paduka Stotram Lyrics in Sanskrit with Hindi Translation

अनंत-संसार समुद्र-तार नौकायिताभ्यां गुरुभक्तिदाभ्याम्।
वैराग्य साम्राज्यद पूजनाभ्यां नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।1।

इस संसार सागर का कोई अंत नहीं है, वह नौका जो गुरु की भक्ति प्रदान करती है, और जिसके पूजन से वैराग्य प्राप्त होता है, [मेरे] उन श्री गुरुदेव की पादुकाओं को नमस्कार है।

कवित्व वाराशिनिशाकराभ्यां दौर्भाग्यदावांबुदमालिकाभ्याम्।
दूरिकृतानम्र विपत्ततिभ्यां नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।2।

जो अज्ञान के अंधकार में चंद्रमा के समान उज्ज्वल हैं, दुर्भाग्य की आग से राहत देने वाले हैं, जो सभी विपत्तियों को दूर कर देते हैं, उन श्री गुरुदेव की पादुकाओं को नमस्कार है।

नता ययोः श्रीपतितां समीयुः कदाचिद-प्याशु दरिद्रवर्याः।
मूकाश्च वाचस्पतितां हि ताभ्यां नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।3।

जिनके आगे नतमस्तक होकर व्यक्ति धन की प्राप्ति करता है और दरिद्रता के कीचड़ में फंसा व्यक्ति भी समृद्ध हो जाता है, जो अज्ञानी को विद्वान बना देती हैं, उन श्री गुरुदेव की पादुकाओं को नमस्कार है।

नालीकनीकाश पदाहृताभ्यां नानाविमोहादि-निवारिकाभ्यां।
नमज्जनाभीष्टततिप्रदाभ्यां नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।4।

श्री गुरुदेव के आकर्षक चरणकमल इस संसार के मोह और लोभ को समाप्त करते हैं। जो इनके सम्मुख झुकते हैं, उन्हें इच्छित फल की प्राप्ति होती है। [मैं] श्री गुरुदेव की इन पादुकाओं को नमस्कार करता हूँ।

नृपालि मौलिव्रजरत्नकांति सरिद्विराजत् झषकन्यकाभ्यां।
नृपत्वदाभ्यां नतलोक पंक्ते: नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।5।

एक राजा के मुकुट की मणि के समान जिनकी चमक होती है, जो डरावनी नदी के किनारे खड़ी सुंदर कन्या के समान हैं, जो इनके आगे झुकते वाले लोगों को राजा का सम्मान देती हैं। उन श्री गुरुदेव की पादुकाओं को मेरा नमस्कार है।

पापांधकारार्क परंपराभ्यां तापत्रयाहींद्र खगेश्र्वराभ्यां।
जाड्याब्धि संशोषण वाडवाभ्यां नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।6।

जो पाप के गहरे अंधकार के सूर्य के समान हैं, जो तीन तापों (दैहिक, दैविक, और भौतिक) को समाप्त करने वाले गरुड़ के समान हैं, जो अज्ञान के महासागर को सोखने वाली अग्नि के रूप में हैं, उन श्री गुरुदेव की पादुकाओं को नमस्कार है।

शमादिषट्क प्रदवैभवाभ्यां समाधिदान व्रतदीक्षिताभ्यां।
रमाधवांध्रिस्थिरभक्तिदाभ्यां नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।7।

जो मन के नियंत्रण से मिलने वाले वैभव प्रदान करती हैं, जिनकी कृपा से समाधि के मार्ग पर आगे बढ़ा जाता है, जो मोक्ष का मार्ग दिखाती हैं और भक्ति का रस प्रदान करती हैं, उन श्री गुरुदेव की पादुकाओं को नमस्कार है।

स्वार्चापराणां अखिलेष्टदाभ्यां स्वाहासहायाक्षधुरंधराभ्यां।
स्वांताच्छभावप्रदपूजनाभ्यां नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।8।

जो पुण्यात्मा लोग अपनी इच्छा को दूसरों की मदद के लिए समर्पित कर देते हैं, ये उनकी सभी इच्छाएं पूरी करती हैं, सच्ची भावना से पूजा करने पर जो मन को शांति प्रदान करती हैं, उन श्री गुरुदेव की पादुकाओं को नमस्कार है।

कामादिसर्प व्रजगारुडाभ्यां विवेकवैराग्य निधिप्रदाभ्यां ।
बोधप्रदाभ्यां दृतमोक्षदाभ्यां नमो नमः श्रीगुरुपादुकाभ्याम् ।9।

काम और अन्य दुर्गुणों के सर्पों के लिए ये गरुड़ के समान हैं, जो विवेक और वैराग्य की निधि प्रदान करती हैं, बुद्धि देती हैं, और तुरंत मोक्ष दिलाती हैं। श्री गुरुदेव की इन चरण पादुकाओं को मेरा नमस्कार है।

।इति श्रीगुरुपादुकास्तोत्रं संपूर्णम्।

Guru Paduka Stotram Lyrics in English

Anantha samsara samudhra thara naukayithabhyam guru bhakthithabhyam,
Vairagya samrajyadha poojanabhyam, namo nama sri guru padukabhyam.

Kavithva varahsini sagarabhyam, dourbhagya davambudha malikabhyam,
Dhoorikrutha namra vipathithabhyam, namo nama sri guru padukabhyam.

Natha yayo sripatitam samiyu kadachidapyashu daridra varya,
Mookascha vachaspathitham hi thabhyam, namo nama sri guru padukabhyam.

Naleeka neekasa pada hrithabhyam, nana vimohadhi nivarikabyam,
Nama janabheeshtathathi pradhabhyam namo nama sri guru padukabhyam.

Nrupali mouleebraja rathna kanthi saridvi raja jjashakanyakabhyam,
Nrupadvadhabhyam nathaloka pankhthe, namo nama sri guru padukabhyam.

Papandhakara arka paramparabhyam, thapathryaheendra khageswarabhyam,
Jadyabdhi samsoshana vadawabhyam namo nama sri guru padukabhyam.

Shamadhi shatka pradha vaibhavabhyam, Samadhi dhana vratha deeksithabhyam,
Ramadhavangri sthira bhakthidabhyam, namo nama sri guru padukabhyam.

Swarchaparana makhileshtathabhyam, swaha sahayaksha durndarabhyam,
Swanthacha bhava pradha poojanabhyam, namo nama sri guru padukabhyam.

Kaamadhi sarpa vraja garudabhyam, viveka vairagya nidhi pradhabhyam,
Bhodha pradhabhyam drutha mokshathabhyam, namo nama sri guru padukabhyam.

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