Chanakya Sutra
चाणक्य नीति, चाणक्य द्वारा रचित एक नीति ग्रन्थ है। संस्कृत-साहित्य में नीतिपरक ग्रन्थों की कोटि में चाणक्य नीति का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसमें सूत्रात्मक शैली में जीवन को सुखमय एवं सफल बनाने के लिए उपयोगी सुझाव दिये गये हैं। इसका मुख्य विषय मानव मात्र को जीवन के प्रत्येक पहलू की व्यावहारिक शिक्षा देना है। इसमें मुख्य रूप से धर्म, संस्कृति, न्याय, शांति, सुशिक्षा एवं सर्वतोन्मुखी मानव जीवन की प्रगति की झाँकियां प्रस्तुत की गई हैं। इस नीतिपरक ग्रंथ में जीवन-सिद्धान्त और जीवन-व्यवहार तथा आदर्श और यथार्थ का बड़ा सुन्दर समन्वय देखने को मिलता है।
चाणक्य सूत्र विश्व विख्यात नीति – शास्त्री आचार्य चाणक्य ने लगभग दो हजार सौ वर्ष पूर्व ऐसे अनेकों सूत्रों की रचना की जिनका अनुसरण कर के न सिर्फ सफल राजनीतिज्ञ बना जा सकता है , बल्कि ‘ चाणक्य सूत्र ‘ भारतीय इतिहास की एक ऐसी अनमोल पुस्तक है जिस पर हम भारतवासी गर्व से सर उठा सकें और कह सकें कि भारतीय लेखक , दार्शनिक , विचारक युनान के विद्वानों से कम नहीं । ‘ चाणक्य सूत्र ‘ अपने आप में एक ऐसा महत्वपूर्ण ग्रन्थ है जिसमें आचार्य ने एक – एक सूत्र में मानो गागर में सागर भर दिया हो इस पुस्तक में ज्ञान का ऐसा सम्मिश्रण है जिस के अध्ययन से एक साधारण नागरिक से लेकर राजा तक अपना जीवन सुखी और सम्पन्न कर सकता है ।